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सोमवार, 8 अक्टूबर 2018

XV फरीसियों और परमेश्वर का विरोध करती धार्मिक दुनिया के सार को किस तरह पहचानें इस पर हर किसी को स्पष्ट रूप से सहभागिता करनी चाहिए


परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, पवित्र आत्मा, परमेश्वर को जानना, यीशु,

4. क्या धार्मिक पादरी और प्राचीन लोग सभी वास्तव में परमेश्वर द्वारा प्रतिष्ठित हैं? क्या धार्मिक पादरियों और प्राचीन लोगों के प्रति स्वीकृति और आज्ञाकारिता परमेश्वर के प्रति आज्ञाकारिता और उसके अनुसरण को दर्शा सकती हैं?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"इसलिये अब सुन, इस्राएलियों की चिल्‍लाहट मुझे सुनाई पड़ी है, और मिस्रियों का उन पर अन्धेर करना भी मुझे दिखाई पड़ा है। इसलिये आ, मैं तुझे फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र से निकाल ले आए" (निर्गमन 3:9-10)।

शनिवार, 29 सितंबर 2018

3. व्यवस्था के युग में नबियों के द्वारा दिए गए परमेश्वर के वचनों और देहधारी परमेश्वर द्वारा व्यक्त परमेश्वर के वचनों में क्या अंतर है?

परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, परमेश्वर को जानना, मसीह के कथन, यीशु

3. व्यवस्था के युग में नबियों के द्वारा दिए गए परमेश्वर के वचनों और देहधारी परमेश्वर द्वारा व्यक्त परमेश्वर के वचनों में क्या अंतर है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
अनुग्रह के युग में, यीशु ने भी काफ़ी बातचीत की और काफ़ी कार्य किया। वह यशायाह से किस प्रकार भिन्न था? वह दानिय्येल से किस प्रकार भिन्न था? क्या वह कोई भविष्यद्वक्ता था? ऐसा क्यों कहा जाता है कि वह मसीह है? उनके मध्य क्या भिन्नताएँ हैं? वे सभी मनुष्य थे जिन्होंने वचन बोले थे, और मनुष्य को उनके वचन लगभग एक से प्रतीत होते थे। उन सभी ने बातें की और कार्य किए।

गुरुवार, 27 सितंबर 2018

1. परमेश्वर की आवाज़ को वास्तव मरण कैसे पहचानना चाहिए? कोई कैसे इस बात की पुष्टि कर सकता है कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर वास्तव में लौटा हुआ प्रभु यीशु है?

1. परमेश्वर की आवाज़ को वास्तव मरण कैसे पहचानना चाहिए? कोई कैसे इस बात की पुष्टि कर सकता है कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर वास्तव में लौटा हुआ प्रभु यीशु है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"मेरी भेड़ें मेरा शब्द सुनती हैं; मैं उन्हें जानता हूँ, और वे मेरे पीछे पीछे चलती हैं" (युहन्ना 10:27)।
"मुझे तुम से और भी बहुत सी बातें कहनी हैं, परन्तु अभी तुम उन्हें सह नहीं सकते। परन्तु जब वह अर्थात् सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा परन्तु जो कुछ सुनेगा वही कहेगा, और आनेवाली बातें तुम्हें बताएगा" (युहन्ना 16:12-13)।

रविवार, 9 सितंबर 2018

1. परमेश्वर के कार्य और मनुष्य के काम के बीच सारभूत अंतर क्या है?

1. परमेश्वर के कार्य और मनुष्य के काम के बीच सारभूत अंतर क्या है

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
स्वयं परमेश्वर के कार्य में सम्पूर्ण मानवजाति का कार्य सम्मिलित है, और यह सम्पूर्ण युग के कार्य का भी प्रतिनिधित्व करता है। कहने का तात्पर्य है, परमेश्वर का स्वयं का कार्य पवित्र आत्मा के सभी कार्य की गति एवं प्रवृत्ति का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि प्रेरितों का कार्य परमेश्वर के स्वयं के कार्य का अनुसरण करता है और युग की अगुवाई नहीं करता है, न ही यह सम्पूर्ण युग में पवित्र आत्मा के कार्य करने की प्रवृत्ति का प्रतिनिधित्व करता है।

गुरुवार, 6 सितंबर 2018

1. हर किसी को यह समझना चाहिए कि प्रभु यीशु द्वारा अनुग्रह के युग में फैलाया गया संदेश केवल पश्चाताप का मार्ग था।

परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, यीशु, अनुग्रह, मसीह के कथन

1. हर किसी को यह समझना चाहिए कि प्रभु यीशु द्वारा अनुग्रह के युग में फैलाया गया संदेश केवल पश्चाताप का मार्ग था।


संदर्भ के लिए बाइबल के पद:

"मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आया है" (मत्ती 4:17)।
"क्योंकि यह वाचा का मेरा वह लहू है, जो बहुतों के लिये fपापों की क्षमा के निमित्त बहाया जाता है" (मत्ती 26:28)।

रविवार, 2 सितंबर 2018

3. अनुग्रह के युग की तुलना में राज्य के युग में, कलीसियाई जीवन में क्या अंतर है?

3. अनुग्रह के युग की तुलना में राज्य के युग में, कलीसियाई जीवन में क्या अंतर है

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"जब वे खा रहे थे तो यीशु ने रोटी ली, और आशीष माँगकर तोड़ी, और चेलों को देकर कहा, 'लो, खाओ; यह मेरी देह है।' फिर उसने कटोरा लेकर धन्यवाद किया, और उन्हें देकर कहा, 'तुम सब इसमें से पीओ, क्योंकि यह वाचा का मेरा वह लहू है, जो बहुतों के लिये पापों की क्षमा के निमित्त बहाया जाता है'" (मत्ती 26:26-28)।
"मैं ने स्वर्गदूत के पास जाकर कहा, 'यह छोटी पुस्तक मुझे दे।' उसने मुझ से कहा, 'ले, इसे खा ले; यह तेरा पेट कड़वा तो करेगी, पर तेरे मुँह में मधु सी मीठी लगेगी'" (प्रकाशितवाक्य 10:9)।

शनिवार, 1 सितंबर 2018

2. अनुग्रह के युग में प्रभु यीशु के कार्य करने के तरीके और जिस तरह राज्य के युग में सर्वशक्तिमान परमेश्वर कार्य करता है, इनके बीच क्या अंतर है?

परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, परमेश्वर को जानना, यीशु

2. अनुग्रह के युग में प्रभु यीशु के कार्य करने के तरीके और जिस तरह राज्य के युग में सर्वशक्तिमान परमेश्वर कार्य करता है, इनके बीच क्या अंतर है

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
अपने पहले देहधारण के दौरान, बीमारों को चंगा करना और दुष्टात्माओं को निकालना परमेश्वर के लिए आवश्यक था क्योंकि उसका कार्य छुटकारा दिलाना था। सम्पूर्ण मानव जाति को छुटकारा दिलाने के लिए, उसे दयालु और क्षमाशील होने की आवश्यकता थी। सलीब पर चढ़ने से पहले उसने जो कार्य किया वह बीमार को चंगा करना और दुष्टात्माओं को निकालना था, जो उसके द्वारा मनुष्य के पाप और गंदगी से उद्धार के पूर्वलक्षण थे।

शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

1. अनुग्रह के युग में प्रभु यीशु द्वारा व्यक्त वचनों और राज्य के युग में सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्त वचनों में क्या अंतर है?

परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, मसीह के कथन, यीशु

1. अनुग्रह के युग में प्रभु यीशु द्वारा व्यक्त वचनों और राज्य के युग में सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्त वचनों में क्या अंतर है?


संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आया है" (मत्ती 4:17)।
"और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के नाम से किया जाएगा" (लूका 24:47)।

रविवार, 19 अगस्त 2018

9. मैं परमेश्वर को जानने का मार्ग देखता हूँ

9. मैं परमेश्वर को जानने का मार्ग देखता हूँ

शिआओकाओ चांग्ज़ी सिटी, शांक्ज़ी प्रदेश
एक दिन, मैंने एक निबंध में परमेश्वर के वचन का निम्न अवतरण पढ़ा "पतरस ने यीशु को कैसे जाना": "यीशु का अनुसरण करने के दौरान, पतरस ने उसके जीवन के बारे में हर चीज़ का अवलोकन किया और उसे हृदय से लगाया: उसके कार्यों को, वचनों को, गतिविधियों को, और अभिव्यक्तियों को। … यीशु के साथ सम्पर्क में उसके समय से, पतरस ने यह भी महसूस किया कि उसका चरित्र किसी भी साधारण मनुष्य से भिन्न था। उसने हमेशा स्थिरता से कार्य किया, और कभी भी जल्दबाजी नहीं की, किसी भी विषय को बढ़ा-चढ़ा कर नहीं बताया, न ही कम करके आँका, और अपने जीवन को इस तरह से संचालित किया जो सामान्य और सराहनीय दोनों था।

शनिवार, 11 अगस्त 2018

1. मानव जाति के प्रबंधन से सम्बंधित परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों के उद्देश्य को जानो।

परमेश्वर, परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, परमेश्वर को जानना, यीशु

1. मानव जाति के प्रबंधन से सम्बंधित परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों के उद्देश्य को जानो।


परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

मेरी सम्पूर्ण प्रबन्धन योजना, ऐसी योजना जो छः हज़ार सालों तक फैली हुई है, तीन चरणों या तीन युगों को शामिल करती हैः आरंभ में व्यवस्था का युग; अनुग्रह का युग (जो छुटकारे का युग भी है); और अंत के दिनों में राज्य का युग। प्रत्येक युग की प्रकृति के अनुसार मेरा कार्य इन तीनों युगों में तत्वतः अलग-अलग है, परन्तु प्रत्येक चरण में यह मनुष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप है—या बल्कि, अधिक स्पष्ट कहें तो, यह उन छलकपटों के अनुसार किया जाता है जो शैतान उस युद्ध में काम में लाता है जो मैं उसके विरुद्ध शुरू करता हूँ।

शुक्रवार, 13 जुलाई 2018

1. प्रभु यीशु ने स्वयं भविष्यवाणी की थी कि परमेश्वर आखिरी दिनों में देहधारण करेगा और कार्य करने के लिए मनुष्य के पुत्र के रूप में प्रकट होगा।

अवतरण, परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, यीशु

1. प्रभु यीशु ने स्वयं भविष्यवाणी की थी कि परमेश्वर आखिरी दिनों में देहधारण करेगा और कार्य करने के लिए मनुष्य के पुत्र के रूप में प्रकट होगा।


संदर्भ के लिए बाइबल के पद:

तुम भी तैयार रहो; क्योंकि जिस घड़ी तुम सोचते भी नहीं, उसी घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जाएगा” (लूका 12:40)।

क्योंकि जैसे बिजली आकाश के एक छोर से कौंध कर आकाश के दूसरे छोर तक चमकती है, वैसे ही मनुष्य का पुत्र भी अपने दिन में प्रगट होगा। परन्तु पहले अवश्य है कि वह बहुत दु:ख उठाए, और इस युग के लोग उसे तुच्छ ठहराएँ” (लूका 17:24-25)।

शुक्रवार, 6 जुलाई 2018

Hindi Gospel Song | मसीह की पहचान परमेश्वर स्वयं है | Do You Really Know the Returned Jesus Christ?

Hindi Gospel Song | मसीह की पहचान परमेश्वर स्वयं है | Do You Really Know the Returned Jesus Christ?

सभी मानव-जाति से ऊपर मसीह की दिव्यता है, सभी रचे प्राणियों में वो सबसे ऊँचा अधिकारी है। यह उसकी दिव्यता है, उसका स्वभाव और अस्तित्व। ये ही हैं जो उसकी पहचान को तय करते हैं।

बुधवार, 4 जुलाई 2018

God Is Great | Hindi Christian Song "परमेश्वर सबकी पूर्ण देखभाल करता है"

God Is Great | Hindi Christian Song "परमेश्वर सबकी पूर्ण देखभाल करता है"

परमेश्वर के सार और स्वभाव के सभी पहलू, महानता, पवित्रता, संप्रभुता, और प्रेम, प्रकट होते हैं हर बार जब वो करता कार्यान्वित अपना कार्य, दिखते हैं मनुष्य के प्रति उसकी इच्छा में, पूर्ण होते हैं सब लोगों के जीवन में। परमेश्वर सबकी पूर्ण देखभाल करता है। परमेश्वर सबकी पूर्ण देखभाल करता है।

बुधवार, 27 जून 2018

New Hindi Christian Song 2018 | भ्रष्ट मानवता को आवश्यकता है परमेश्वर द्वारा उद्धार की

New Hindi Christian Song 2018 | भ्रष्ट मानवता को आवश्यकता है परमेश्वर द्वारा उद्धार की

भ्रष्ट मानवता को आवश्यकता है परमेश्वर द्वारा उद्धार की दूषित मानवता को चाहिये देहधारी परमेश्वर का कार्य। दूषित मानवता को चाहिये देहधारी परमेश्वर का कार्य। देह बना परमेश्वर क्योंकि, शैतान की रूह नहीं है लक्ष्य उसका, ना अन्य कोई चीज़ है, बस मानव है लक्ष्य उसके काम का।

मंगलवार, 26 जून 2018

God’s Warning in the Last Days | Hindi Christian Movie | "शहर परास्त किया जाएगा" (Hindi Dubbed)

God’s Warning in the Last Days | Hindi Christian Movie |  "शहर परास्त किया जाएगा" (Hindi Dubbed)

ईसाई चेंग ह्युआइज़ चीन की एक गृह-कलीसिया में सहकर्मी हैं। वे अपनी कलीसिया को एक कारखाना खोलते हुए देखती हैं जिसमें पादरी विश्‍वासियों को सीसीपी सरकार को सौंपने के लिए थ्री-सेल्‍फ-कलीसिया में शामिल होने के लिए प्रेरित करते हैं।

रविवार, 24 जून 2018

Enter Into the New Jerusalem | Hindi Christian Movie Trailer | "शहर परास्त किया जाएगा"

Enter Into the New Jerusalem | Hindi Christian Movie Trailer | "शहर परास्त किया जाएगा"


ईसाई चेंग ह्युआइज़ चीन की एक गृह-कलीसिया में सहकर्मी हैं। वे अपनी कलीसिया को एक कारखाना खोलते हुए देखती हैं जिसमें पादरी विश्‍वासियों को सीसीपी सरकार को सौंपने के लिए थ्री-सेल्‍फ-कलीसिया में शामिल होने के लिए प्रेरित करते हैं। चर्च के पादरी और एल्‍डर्स गोपनीय और ख़ुलेआम तरीकों से अपने व्‍यक्तिगत ओहदों और नाम के‍ लिए ईर्ष्‍यापूर्ण ढंग से संघर्ष करते हैं और कलीसिया को विभाजित कर देते हैं।

शनिवार, 23 जून 2018

सर्वशक्तिमान परमेश्वर अपनी 6,000 वर्षों कीप्रबंधन योजना के रहस्यों को प्रकट करते हैं।

सर्वशक्तिमान परमेश्वर अपनी 6,000 वर्षों कीप्रबंधन योजना के रहस्यों को प्रकट करते हैं।

प्रभु यीशु ने स्वर्ग के साम्राज्य के रहस्यों को प्रकट किया, और सर्वशक्तिमान परमेश्वर मानवजाति के बारे में परमेश्वर के 6,000-वर्षीय प्रबंधन के सभी रहस्यों को उजागर करने आए!

शुक्रवार, 22 जून 2018

"प्रतीक्षारत"(5) – हम परमेश्वर की वाणी को अलग से कैसे पहचान सकते हैं? (2)

"प्रतीक्षारत"(5) – हम परमेश्वर की वाणी को अलग से कैसे पहचान सकते हैं? (2)


"जिसके कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है" (प्रकाशित वाक्य 2:29)। क्या आपने पवित्र आत्मा को कलीसियाओं से बात करते सुना है? क्या सर्वशक्तिमान परमेश्वर और प्रभु यीशु द्वारा कहे गए वचन एक ही आत्मा, एक ही स्रोत से बोले गए हैं? इस मूवी क्लिप से आपको इस बात का खुलासा हो जाएगा!

गुरुवार, 21 जून 2018

"प्रतीक्षारत"(5) – हम परमेश्वर की वाणी को अलग से कैसे पहचान सकते हैं? (1)

"प्रतीक्षारत"(5) – हम परमेश्वर की वाणी को अलग से कैसे पहचान सकते हैं? (1)


"जिसके कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसिया ओं से क्या कहता है" (प्रकाशित वाक्य 2:29)। क्या आपने पवित्र आत्मा को कलीसियाओं से बात करते सुना है? क्या सर्वशक्तिमान परमेश्वर और प्रभु यीशु द्वारा कहे गए वचन एक ही आत्मा, एक ही स्रोत से बोले गए हैं? इस मूवी क्लिप से आपको इस बात का खुलासा हो जाएगा!

बुधवार, 20 जून 2018

"प्रतीक्षारत"(4) – उन लोगों का अंत जो प्रभु के दूसरे आगमन का प्रतिरोध करते हैं


"प्रतीक्षारत"(4) – उन लोगों का अंत जो प्रभु के दूसरे आगमन का प्रतिरोध करते हैं


वह भला कैसे प्रभु को प्रकट होते देख सकता है और उसके बावजूद प्रभु के दूसरे आगमन से इन्कार कर सकता है? यह कैसे हो सकता है कि वह हमेशा प्रभु के आगमन का ध्यान रखे और प्रतीक्षा करे, किन्तु अपनी मृत्यु के समय अपने पीछे जीवन भर का पछतावा छोड़ जाए? इस मूवी क्लिप में आपको इसका उत्तर मिलेगा।

Hindi Christian Movie | अग्नि द्वारा बप्तिस्मा | Can We Enter the Kingdom of Heaven by Hard Work?

Hindi Christian Movie | अग्नि द्वारा बप्तिस्मा | Can We Enter the Kingdom of Heaven by Hard Work?       प्रभु यीशु ने कहा, "जो म...