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मंगलवार, 12 नवंबर 2019

3 वैसी प्रार्थना कैसे करें जो परमेश्वर सुनें

सूचीपत्र

पहला, क्या हम एक परमेश्वर से एक निष्कपट दिल से प्रार्थना करते हैं?
दूसरा, क्या हम परमेश्वर से तर्कसंगत तरीके से प्रार्थना करते हैं?
तीसरा, क्या हमारी कलीसिया में पवित्र आत्मा का कार्य है?
पहला, हमें मन से प्रार्थना करनी चाहिए, निष्कपटता से प्रार्थना करनी चाहिए और ऐसी सच्ची बातें कहनी चाहिए जो दिल से निकलें।
दूसरा, हमें रचे गये प्राणियों के स्थान पर खड़ा होना चाहिए और परमेश्वर से कोई माँग नहीं करनी चाहिए; हमें एक ऐसे दिल से प्रार्थना करनी चाहिए जो परमेश्वर को समर्पित होता हो।
तीसरा, अगर हमारी कलीसिया में पवित्र आत्मा का कार्य नहीं है, तो हमें तलाशने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
चेंग शी
भाइयो और बहनो:
प्रभु की शांति आपके साथ हो! प्रार्थना करना हम ईसाइयों का, परमेश्वर के साथ सामान्य संबंध स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। ऐसा विशेष रूप से सुबह और रात के समय किया जाता है। यही कारण है कि प्रार्थना करना सीखना बेहद जरूरी है।

शुक्रवार, 26 जुलाई 2019

पतरस ने यीशु को कैसे जाना



उस समय के दौरान जो पतरस ने यीशु के साथ बिताया, उसने यीशु में अनेक प्यारे अभिलक्षणों, अनेक अनुकरणीय पहलुओं, और अनेक ऐसी चीजों को देखा जिन्होंने उसे आपूर्ति की। यद्यपि पतरस ने कई तरीकों से यीशु में परमेश्वर के अस्तित्व को देखा, और कई प्यारे गुण देखे, किन्तु पहले वह यीशु को नहीं जानता था। पतरस जब 20 वर्ष का था तब उसने यीशु का अनुसरण करना आरम्भ किया, और छः वर्ष तक वह ऐसा करता रहा। उस समय के दौरान, उसे यीशु के बारे में कभी भी पता नहीं चला, किन्तु विशुद्ध रूप से उसकी प्रशंसा के लिए वह उसका अनुसरण करने का इच्छुक था। जब यीशु ने गलील के तट पर उसे पहली बार बुलाया, तो उसने पूछाः "शमौन, योना के पुत्र, क्या तू मेरा अनुसरण करेगा?" पतरस ने कहा: "मुझे उसका अवश्य अनुसरण करना चाहिए जिसे स्वर्गिक पिता द्वारा भेजा जाता है। मुझे उसे अवश्य अभिस्वीकृत करना चाहिए जो पवित्र आत्मा के द्वारा चुना जाता है।

गुरुवार, 20 जून 2019

Hindi Christian Movie "बच्चे, घर लौट आओ" क्लिप 3 - परमेश्वर में सच्ची आस्था गेम खेलने के व्यसन को सफलतापूर्वक तोड़ सकती है

Hindi Christian Movie "बच्चे, घर लौट आओ" क्लिप 3 - परमेश्वर में सच्ची आस्था गेम खेलने के व्यसन को सफलतापूर्वक तोड़ सकती है

ली शिंगुआंग, एक किशोर वेब व्यसनी, अपने इंटरनेट गेम खेलने के व्यसन से पीड़ित था। मानव निर्मित सभी विधियाँ उससे छुड़ाने में नाकामयाब रही और वह एक बंद गली में पँहुच गया, तो वह परमेश्वर में सच्चा विश्वास रखने लगा, उसने परमेश्वर से प्रार्थना की और परमेश्वर पर भरोसा रखा, तथा उसने अपने गेमिंग व्यसन को सफलतापूर्वक छोड़ने का मार्ग पा लिया।

गुरुवार, 10 जनवरी 2019

44. परमेश्वर की प्रजा में कौन होते हैं? सेवाकर्त्ता कौन होते हैं?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
ऐसा होने के कारण अब एक नया दृष्टिकोण होगा: जो लोग मेरा वचन पढ़ते हैं और इसे अपने जीवन के ही रूप में स्वीकार करते हैं, वे मेरे राज्य के लोग हैं। चूंकि वे मेरे राज्य में हैं, इसलिए राज्य में वे मेरी प्रजा हैं। क्योंकि वे मेरे वचनों के द्वारा निर्देशित होते हैं, हालांकि उन्हें मेरी प्रजा के रूप में संदर्भित किया जाता है, यह पदवी किसी भी तरह मेरे "पुत्रों" की तरह बुलाये जाने से कम नहीं है। मेरी प्रजा के रूप में, सभी को मेरे राज्य में वफ़ादार होना चाहिए और उन्हें अपने कर्तव्यों को पूरा करना चाहिए, और वे जो मेरे प्रशासनिक आदेशों का अनादर करते हैं, उनको मेरी सजा मिलनी ही चाहिए। यह सभी के लिए मेरी चेतावनी है।

रविवार, 9 दिसंबर 2018

9. ईमानदार व्यक्ति बनने में प्रवेश का अभ्यास कैसे करना चाहिए?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

तुम्हें ईमानदार होना आवश्यक है, और तुम्हें अपने हृदय की धूर्तता से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना करना आवश्यक है। जब तुम जरुरत के समय स्वयं को शुद्ध करने के लिए प्रार्थना का प्रयोग करते हो, और परमेश्वर के आत्मा के द्वारा स्पर्श किए जाने के लिए इसका प्रयोग करते हो, तो तुम्हारा स्वभाव धीरे-धीरे बदलता जाएगा।

मंगलवार, 4 दिसंबर 2018

5. परमेश्वर के साथ कोई एक सामान्य सम्बन्ध कैसे स्थापित कर सकता है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
तहेदिल से परमेश्वर की आत्मा को स्पर्श करके लोग परमेश्वर पर विश्वास करते हैं, उससे प्रेम करते हैं, और उसे संतुष्ट करते हैं, और इस प्रकार वे परमेश्वर की संतुष्टि प्राप्त करते हैं; जब वे तहेदिल से परमात्मा के शब्दों को समझते हैं, तो परमेश्वर की आत्मा का उन पर भावनात्मक प्रभाव पड़ता है। यदि तुम एक उचित आध्यात्मिक जीवन प्राप्त करना चाहते हो और परमेश्वर के साथ एक उचित संबंध स्थापित करना चाहते हैं, तो तुमको पहले उसे अपना हृदय अर्पित करना होगा, और अपने हृदय को उनके सामने शांत करना होगा।

सोमवार, 3 दिसंबर 2018

4. सच्ची प्रार्थना करने का क्या मतलब है

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
सच्चाई के साथ प्रार्थना करने का क्या अर्थ है? इसका अर्थ है अपने हृदय में शब्दों को कहना, और परमेश्वर की इच्छा को समझकर और उसके वचनों पर आधारित होकर परमेश्वर के साथ वार्तालाप करना; इसका अर्थ है विशेष रूप से परमेश्वर के निकट महसूस करना, यह महसूस करना कि वह तुम्हारे सामने है, और कि तुम्हारे पास उससे कहने के लिए कुछ है; और इसका अर्थ है अपने हृदय में विशेष रूप से प्रज्ज्वलित या प्रसन्न होना, और यह महसूस करना कि परमेश्वर विशेष रूप से मनोहर है। तुम विशेष रूप से प्रेरणा से भरे हुए महसूस करोगे, और तुम्हारे शब्दों को सुनने के बाद तुम्हारे भाई और तुम्हारी बहनें आभारी महसूस करेंगे, वे महसूस करेंगे कि जो शब्द तुम बोलते हो वे उनके हृदय के भीतर के शब्द हैं, वे ऐसे शब्द हैं जो वे कहना चाहते हैं, और जो तुम कहते हो वह वही है जो वे कहना चाहते हैं।

गुरुवार, 25 अक्तूबर 2018

2. सच्चा स्वर्गारोहण क्या है?

परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, परमेश्वर को महिमा, उद्धार, विजयी, प्रार्थना,

2. सच्चा स्वर्गारोहण क्या है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"आधी रात को धूम मची: 'देखो, दूल्हा आ रहा है! उससे भेंट करने के लिये चलो'" (मत्ती 25:6)।
"देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा शब्द सुनकर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसके साथ भोजन करूँगा और वह मेरे साथ" (प्रकाशितवाक्य 3:20)।
"यह लिख, कि धन्य वे हैं, जो मेम्ने के विवाह के भोज में बुलाए गए हैं" (प्रकाशितवाक्य 19:9)।

शुक्रवार, 19 अक्तूबर 2018

3. परमेश्वर की इच्छा का पालन करने वाला कोई व्यक्ति वास्तव में कैसा होता है? और परमेश्वर पर विश्वास की सच्ची गवाही क्या है?

परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, भगवान अच्छा है, गवाही, श्रद्धा, प्रार्थना,

3. परमेश्वर की इच्छा का पालन करने वाला कोई व्यक्ति वास्तव में कैसा होता है? और परमेश्वर पर विश्वास की सच्ची गवाही क्या है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"तब अय्यूब उठा, और बागा फाड़, सिर मुँड़ाकर भूमि पर गिरा और दण्डवत् करके कहा, मैं अपनी माँ के पेट से नंगा निकला और वहीं नंगा लौट जाऊँगा; यहोवा ने दिया और यहोवा ही ने लिया; यहोवा का नाम धन्य है" (अय्यूब 1:20-21)।
"और उसने कहा, अपने पुत्र को अर्थात् अपने एकलौते पुत्र इसहाक को, जिस से तू प्रेम रखता है, संग लेकर मोरिय्याह देश में चला जा; और वहाँ उसको एक पहाड़ के ऊपर जो मैं तुझे बताऊँगा होमबलि करके चढ़ा। … अब्राहम ने हाथ बढ़ाकर छुरी को ले लिया कि अपने पुत्र को बलि करे" (उत्‍पत्ति 22:2,10)।

रविवार, 19 अगस्त 2018

9. मैं परमेश्वर को जानने का मार्ग देखता हूँ

9. मैं परमेश्वर को जानने का मार्ग देखता हूँ

शिआओकाओ चांग्ज़ी सिटी, शांक्ज़ी प्रदेश
एक दिन, मैंने एक निबंध में परमेश्वर के वचन का निम्न अवतरण पढ़ा "पतरस ने यीशु को कैसे जाना": "यीशु का अनुसरण करने के दौरान, पतरस ने उसके जीवन के बारे में हर चीज़ का अवलोकन किया और उसे हृदय से लगाया: उसके कार्यों को, वचनों को, गतिविधियों को, और अभिव्यक्तियों को। … यीशु के साथ सम्पर्क में उसके समय से, पतरस ने यह भी महसूस किया कि उसका चरित्र किसी भी साधारण मनुष्य से भिन्न था। उसने हमेशा स्थिरता से कार्य किया, और कभी भी जल्दबाजी नहीं की, किसी भी विषय को बढ़ा-चढ़ा कर नहीं बताया, न ही कम करके आँका, और अपने जीवन को इस तरह से संचालित किया जो सामान्य और सराहनीय दोनों था।

शनिवार, 18 अगस्त 2018

8. यह जानना कि मैं फरीसियों के मार्ग पर चलती आई हूँ

मसीह के न्याय के अनुभव की गवाहियाँ, प्रार्थना, विश्वास

8. यह जानना कि मैं फरीसियों के मार्ग पर चलती आई हूँ

वुज़िन ताइयुआन सिटी, शांग्ज़ी प्रांत
कोई चीज़ जिसके बारे में हमने पिछले संवादों में हमेशा चर्चा की है, वह है पतरस और पौलुस द्वारा चले गए मार्ग। यह कहा जाता है कि पतरस ने स्वयं को और परमेश्वर को जानने पर ध्यान दिया था, और ऐसा व्यक्ति था जो परमेश्वर द्वारा अनुमोदित था, जबकि पौलुस ने केवल अपने कार्य, प्रतिष्ठा और हैसियत पर ध्यान दिया था, और ऐसा व्यक्ति था जो परमेश्वर द्वारा तिरस्कृत था।

शुक्रवार, 17 अगस्त 2018

7. पतन से पहले की एक घमंडी आत्मा

मसीह के न्याय के अनुभव की गवाहियाँ, प्रार्थना, पवित्र आत्मा

7. पतन से पहले की एक घमंडी आत्मा

बाईशे शेन्यांग सिटी
किसी कार्य की आवश्यकता की वजह से, मेरा स्थानांतरण एक अन्य कार्यक्षेत्र में कर दिया गया था। उस समय, मैं परमेश्वर की बहुत आभारी थी। मुझे महसूस होता था कि मुझमें बहुत कमी है, फिर भी परमेश्वर के दिव्य प्रोत्साहन के माध्यम से, मुझे इस तरह के अद्भुत कार्य क्षेत्र में अपने कर्तव्यों को पूरा करने का मौका दिया गया था। मैंने अपने हृदय में परमेश्वर के प्रति एक प्रतिज्ञा की: मैं परमेश्वर को बदला चुकाने के लिए अपनी पूरी कोशिश करूँगी।

बुधवार, 25 जुलाई 2018

प्रार्थना की क्रिया के विषय में

प्रार्थना, मसीह के कथन, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन

प्रार्थना की क्रिया के विषय में



अपने प्रतिदिन के जीवन में तुम प्रार्थना पर बिलकुल ध्यान नहीं देते। लोगों ने प्रार्थना को सदैव नजरअंदाज किया है। अपनी प्रार्थनाओं में वे ऐसे ही इधर-उधर घूमते हैं और ऊपरी तौर पर कार्य करते हैं, और किसी ने भी कभी परमेश्वर के समक्ष पूरी रीति से अपने हृदय को समर्पित नहीं किया है और न ही परमेश्वर से सच्चाई से प्रार्थना की है।

मंगलवार, 12 जून 2018

परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन, परमेश्वर, मसीह, बाइबल, प्रार्थना, सत्य
अंतिम दिनों के मसीह के कथन-परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II
हमारी पिछली सभा के दौरान हमने एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय को आपस में साझा किया था। क्या तुम लोगों को स्मरण है कि वह क्या था? मुझे इसे दोहराने दो। हमारी पिछली सहभागिता का विषय था: परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर। क्या यह तुम लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है? इसका कौन सा भाग तुम लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है? परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव या स्वयं परमेश्वर?

मंगलवार, 5 जून 2018

परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I

अंतिम दिनों के मसीह के कथन (पाठ), परमेश्वर, सत्य, प्रार्थना, बाइबल, यीशु
अंतिम दिनों के मसीह के कथन-परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I
आज हम एक महत्वपूर्ण विषय पर बातचीत कर रहे हैं। यह ऐसा विषय है जिस पर परमेश्वर के कार्य की शुरुआत से लेकर अब तक चर्चा की गई है, और यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए अत्याधिक महत्व रखता है। दूसरे शब्दों में, यह ऐसा विषय है, जिसके सम्पर्क में प्रत्येक व्यक्ति परमेश्वर में अपने विश्वास की प्रक्रिया के दौरान आएगा और ऐसा विषय है जिसे स्पर्श किया जाना चाहिए। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण, एवं अनिवार्य विषय है जिससे मानवजाति खुद से अलग नहीं कर सकती है।

रविवार, 3 जून 2018

मूल आयतें बी. एस. आई. हिन्दी बाईबिल संस्करण से ली गई हैं।

अंतिम दिनों के मसीह के कथन-मूल आयतें बी. एस. आई. हिन्दी बाईबिल संस्करण से ली गई हैं।
पहले, आओ हम एक भजन गाएं: राज्य गान (I) दुनिया में राज्य का अवतरण हुआ है।
I
परमेश्वर का राज्य धरती पर आ चुका हैपरमेश्वर का व्यक्तित्व पूर्ण है समृद्ध है।
कौन है जो शांत रहे और आनंद ना करे?
कौन है जो शांत रहे और नाच ना करे?
ओह सिय्योन, परमेश्वर के गुणगान के लिये, अपनी विजय-पताका उठाओ।

बुधवार, 30 मई 2018

God has changed my life | Hindi Christian Video | "एक भटकता हुआ दिल घर वापस आ गया"

God has changed my life | Hindi Christian Video | "एक भटकता हुआ दिल घर वापस आ गया"


जब वह छोटा था तभी से, नोवो अपनी मां की ही तरह प्रभु यीशु में विश्वास करता था। भले ही वह अक्सर बाइबल पढ़ता था, प्रार्थना करता था, और धर्मोपदेश में शामिल भी होता था, लेकिन वह दुनिया की शैतानी रीति का अनुसरण करने, शरीर के आनंद के लिए जीने, झूठ बोलने और धोखा देने के अलावा कुछ नहीं कर पाता था...।

शुक्रवार, 25 मई 2018

God is my reliance | Hindi Gospel Movie | "गहरी सर्दी में" | The Testimony of a Christian

God is my reliance | Hindi Gospel Movie | "गहरी सर्दी में" | The Testimony of a Christian


उसका नाम जिआओ ली हैI उसने एक दशक से भी अधिक समय तक परमेश्वर पर विश्वास किया हैI 2012 की सर्दी में, उसे एक सभा में चीनी कम्युनिस्ट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया थाI पूछताछ के दौरान, पुलिस ने कलीसिया के नेताओं के ठिकानों और पैसों के बारे में खुलासा करते हुए, परमेश्वर को धोखा देने के लिए उसे लुभाने के प्रयासों में बार-बार बहलाने, धमकी देने, यातना देने और तोड़ने की कोशिश कीI

रविवार, 6 मई 2018

Hindi Christian Movie Trailer | Walk With God | "गहरी सर्दी में" | God Is My Life and My Hope

Hindi Christian Movie Trailer | Walk With God | "गहरी सर्दी में" | God Is My Life and My Hope (Hindi Dubbed)

उसका नाम जिआओ ली हैI उसने एक दशक से भी अधिक समय तक परमेश्वर पर विश्वास किया हैI 2012 की सर्दी में, उसे एक सभा में चीनी कम्युनिस्ट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया थाI पूछताछ के दौरान, पुलिस ने कलीसिया के नेताओं के ठिकानों और पैसों के बारे में खुलासा करते हुए, परमेश्वर को धोखा देने के लिए उसे लुभाने के प्रयासों में बार-बार बहलाने, धमकी देने, यातना देने और तोड़ने की कोशिश कीI

मंगलवार, 3 अप्रैल 2018

Hindi Christian Song | "प्रार्थना के मायने" | Worship God in Spirit and in Truth

 Hindi Christian Song | "प्रार्थना के मायने" | Worship God in Spirit and in Truth

प्रार्थनाएँ वह मार्ग होती हैं जो जोड़ें मानव को परमेश्वर से, जिससे वह पुकारे पवित्र आत्मा को और प्राप्त करे स्पर्श परमेश्वर का। जितनी करोगे प्रार्थना, उतना ही स्पर्श पाओगे, प्रबुद्ध होगे और मन में शक्ति आएगी।

Hindi Christian Movie | अग्नि द्वारा बप्तिस्मा | Can We Enter the Kingdom of Heaven by Hard Work?

Hindi Christian Movie | अग्नि द्वारा बप्तिस्मा | Can We Enter the Kingdom of Heaven by Hard Work?       प्रभु यीशु ने कहा, "जो म...