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गुरुवार, 20 जून 2019

Hindi Christian Movie "बच्चे, घर लौट आओ" क्लिप 3 - परमेश्वर में सच्ची आस्था गेम खेलने के व्यसन को सफलतापूर्वक तोड़ सकती है

Hindi Christian Movie "बच्चे, घर लौट आओ" क्लिप 3 - परमेश्वर में सच्ची आस्था गेम खेलने के व्यसन को सफलतापूर्वक तोड़ सकती है

ली शिंगुआंग, एक किशोर वेब व्यसनी, अपने इंटरनेट गेम खेलने के व्यसन से पीड़ित था। मानव निर्मित सभी विधियाँ उससे छुड़ाने में नाकामयाब रही और वह एक बंद गली में पँहुच गया, तो वह परमेश्वर में सच्चा विश्वास रखने लगा, उसने परमेश्वर से प्रार्थना की और परमेश्वर पर भरोसा रखा, तथा उसने अपने गेमिंग व्यसन को सफलतापूर्वक छोड़ने का मार्ग पा लिया।

गुरुवार, 16 मई 2019

Hindi Church Life Movie Trailer "उद्धार" | What Exactly Is True Salvation

Hindi Church Life Movie Trailer "उद्धार" | What Exactly Is True Salvation


उद्धार क्या है? प्रभु यीशु में विश्वास करने वाले सोचते हैं कि अगर वे ईमानदारी से प्रभु से प्रार्थना करें, अपने पापों को स्वीकार करें और पश्चाताप करें तो उनके पापों को क्षमा कर दिया जाएगा और उनका उद्धार हो जाएगा। फिर जब प्रभु आएंगे तो उनको सीधे स्वर्ग के राज्य में आरोहित किया जाएगा। मगर क्या उद्धार पाना वाकई इतना आसान है?फ़िल्म के नायक, शू जिकियां ने बरसों से परमेश्वर में विश्वास किया, पूरे उत्साह से परमेश्वर के लिए खर्च किया और अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए सब कुछ त्याग दिया।

बुधवार, 3 अप्रैल 2019

98. एक अच्छे गंतव्य के लिए विश्वासियों को इतने अधिक नेक काम क्यों करने पड़ते हैं?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"क्योंकि यह उस मनुष्य की सी दशा है जिसने परदेश जाते समय अपने दासों को बुलाकर अपनी संपत्ति उनको सौंप दी। उसने एक को पाँच तोड़े, दूसरे को दो, और तीसरे को एक; अर्थात् हर एक को उसकी सामर्थ्य के अनुसार दिया, और तब परदेश चला गया। तब, जिसको पाँच तोड़े मिले थे, उसने तुरन्त जाकर उनसे लेन-देन किया, और पाँच तोड़े और कमाए। इसी रीति से जिसको दो मिले थे, उसने भी दो और कमाए। परन्तु जिसको एक मिला था, उसने जाकर मिट्टी खोदी, और अपने स्वामी के रुपये छिपा दिए। बहुत दिनों के बाद उन दासों का स्वामी आकर उनसे लेखा लेने लगा।

मंगलवार, 2 अप्रैल 2019

97. परमेश्वर के उद्धार और पूर्णता को स्वीकार करने के लिए इतनी अधिक तकलीफें सहना क्यों आवश्यक है?

तुम परमेश्वर से प्रेम करना कैसे सीखते हो? यातना और शोधन के बिना, पीड़ादायक परीक्षाओं के बिना, और यदि परमेश्वर ने मनुष्य को अनुग्रह, प्रेम और दया ही प्रदान की होती, तो क्या तुम परमेश्वर के सच्चे प्रेम को प्राप्त कर सकत थे? एक ओर, परमेश्वर की ओर से आने वाले परीक्षाओं के दौरान मनुष्य अपनी त्रुटियों को जान पाता है, और देख लेता है कि वह महत्वहीन, घृणित, और निम्न है, और कि उसके पास कुछ नहीं है, और वह कुछ नहीं है; दूसरी ओर, अपने परीक्षाओं के दौरान परमेश्वर मनुष्य के लिए भिन्न वातावरणों की रचना करता है जो मनुष्य को परमेश्वर की मनोहरता का अनुभव करने के अधिक योग्य बनाता है।

मंगलवार, 12 फ़रवरी 2019

32. अतीत में, मैंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य का बहुत अधिक विरोध और निंदा की है और मैंने तिरस्कारपूर्ण बातें कही हैं; क्या परमेश्वर फिर भी मुझे बचायेंगे?

परमेश्वर के वचन से जवाब:
परमेश्वर के उद्धार के कार्य के दौरान, जो भी बचाए जा सकते हैं, उन्हें अधिकतम सीमा तक बचाया जाएगा, उनमें से किसी को भी त्यागा नहीं जाएगा, क्योंकि परमेश्वर का कार्य का उद्देश्य मनुष्य को बचाना है। परमेश्वर द्वारा मनुष्य के उद्धार के समय के दौरान, जो लोग अपने स्वभाव में परिवर्तन लाने में असमर्थ हैं, वे सभी जो पूरी तरह से परमेश्वर की आज्ञापालन करने में असमर्थ हैं, दण्ड के पात्र होंगे। कार्य का यह चरण—वचनों का कार्य—मनुष्य के लिए उन सभी तरीकों और रहस्यों को खोलता है जो उसकी समझ में नहीं आते हैं, ताकि मनुष्य परमेश्वर की इच्छा और परमेश्वर की मनुष्य से अपेक्षाओं को समझ सके, ताकि उसके पास परमेश्वर के वचनों को अभ्यास में लाने और अपने स्वभाव में परिवर्तन लाने की परिस्थिति हो।

शुक्रवार, 25 जनवरी 2019

12. परमेश्वर के कार्य के तीनों चरण, मानवजाति का उद्धार करने के लिए किस प्रकार गहरे होते जाते हैं?

परमेश्वर के वचन से जवाब:
मानवजाति के प्रबंधन करने के कार्य को तीन चरणों में बाँटा जाता है, जिसका अर्थ यह है कि मानवजाति को बचाने के कार्य को तीन चरणों में बाँटा जाता है। इन चरणों में संसार की रचना का कार्य समाविष्ट नहीं है, बल्कि ये व्यवस्था के युग, अनुग्रह के युग और राज्य के युग के कार्य के तीन चरण हैं। संसार की रचना करने का कार्य, सम्पूर्ण मानवजाति को उत्पन्न करने का कार्य था। यह मानवजाति को बचाने का कार्य नहीं था, और मानवजाति को बचाने के कार्य से कोई सम्बन्ध नहीं रखता है, क्योंकि जब संसार की रचना हुई थी तब मानवजाति शैतान के द्वारा भ्रष्ट नहीं की गई थी, और इसलिए मानवजाति के उद्धार का कार्य करने की कोई आवश्यकता नहीं थी।

गुरुवार, 25 अक्तूबर 2018

2. सच्चा स्वर्गारोहण क्या है?

परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, परमेश्वर को महिमा, उद्धार, विजयी, प्रार्थना,

2. सच्चा स्वर्गारोहण क्या है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"आधी रात को धूम मची: 'देखो, दूल्हा आ रहा है! उससे भेंट करने के लिये चलो'" (मत्ती 25:6)।
"देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा शब्द सुनकर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसके साथ भोजन करूँगा और वह मेरे साथ" (प्रकाशितवाक्य 3:20)।
"यह लिख, कि धन्य वे हैं, जो मेम्ने के विवाह के भोज में बुलाए गए हैं" (प्रकाशितवाक्य 19:9)।

बुधवार, 5 सितंबर 2018

2. बचाए जाने और उद्धार के बीच सारभूत अंतर क्या है?

2. बचाए जाने और उद्धार के बीच सारभूत अंतर क्या है

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"जो मुझ से, 'हे प्रभु! हे प्रभु!' कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है" (मत्ती 7:21)।
"इसलिये तुम पवित्र बनो, क्योंकि मैं पवित्र हूँ" (लैयव्यवस्था 11:45)।

मंगलवार, 4 सितंबर 2018

1. बचाया जाना क्या है? उद्धार क्या है?

उद्धार, परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, परमेश्वर को जानना, मसीह के कथन

1. बचाया जाना क्या है? उद्धार क्या है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"जो विश्‍वास करे और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्‍वास न करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा" (मरकुस 16:16)।
"क्योंकि यह वाचा का मेरा वह लहू है, जो बहुतों के लिये पापों की क्षमा के निमित्त बहाया जाता है" (मत्ती 26:28)।
"जो मुझ से, 'हे प्रभु! हे प्रभु!' कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है" (मत्ती 7:21)।

सोमवार, 20 अगस्त 2018

1. अनुग्रह के युग में परमेश्वर ने मानव जाति को छुटकारा दिलाया था, तो क्यों आखिरी दिनों में उसे न्याय के अपने कार्य को करने की अब भी आवश्यकता है?

परमेश्वर की गवाही देते बीस सत्य, परमेश्वर को जानना, उद्धार

1. अनुग्रह के युग में परमेश्वर ने मानव जाति को छुटकारा दिलाया था, तो क्यों आखिरी दिनों में उसे न्याय के अपने कार्य को करने की अब भी आवश्यकता है?


संदर्भ के लिए बाइबल के पद:

"इसलिये तुम पवित्र बनो, क्योंकि मैं पवित्र हूँ" (लैव्यव्यवस्था 11:45)।
"सबसे मेल मिलाप रखो, और उस पवित्रता के खोजी हो जिसके बिना कोई प्रभु को कदापि न देखेगा" (इब्रानियों 12:14)।
"यदि कोई मेरी बातें सुनकर न माने, तो मैं उसे दोषी नहीं ठहराता; क्योंकि मैं जगत को दोषी ठहराने के लिये नहीं, परन्तु जगत का उद्धार करने के लिये आया हूँ। जो मुझे तुच्छ जानता है और मेरी बातें ग्रहण नहीं करता है उसको दोषी ठहरानेवाला तो एक है: अर्थात् जो वचन मैं ने कहा है, वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहराएगा" (युहन्ना 12:47-48)।

सोमवार, 30 जुलाई 2018

3. ओहदा खोने के बाद ...

उद्धार, मसीह के न्याय के अनुभव की गवाहियाँ

3. ओहदा खोने के बाद ...

हुईमीन जियाओजूओ शहर, हेनान प्रदेश
हर बार जब मैं किसी को बदले जाने और इस कारण उनके दुखी, कमजोर या रुष्ट होने और उनके अनुसरण न करने की घटना को देखती थी या इस बारे मेँ सुनती थी तो ऐसे लोगों के प्रति मेरे मन मेँ निरादर का भाव आ जाता था। मैं सोचती थी कि यह सब इससे अधिक कुछ नहीं है कि कलीसिया के अंतर्गत अलग-अलग लोगों के अलग-अलग कार्य कलाप हैं, यहाँ उच्च और निम्न मेँ कोई भेद नहीं है और हम सब परमेश्वर की संतति हैं तथा ऐसा कुछ भी नहीं है जिसको हम तुच्छ समझें। अत: मैं सोचती थी कि चाहें हम नए विश्वासियों की देख-रेख कर रहे हैं या किसी जनपद का नेतृत्व हमारे हाथ मेँ है;

रविवार, 29 जुलाई 2018

2. अपनी असलियत की सही पहचान

2. अपनी असलियत की सही पहचान

शाओशाओ शूझाऊ शहर, ज़िआंग्सु प्रांत
चर्च के काम-काज की आवश्यकताओं के कारण, मुझे अपने कर्तव्य के निर्वाह के लिए एक दूसरे स्थान पर भेजा गया था। उस समय, उक्त स्थान पर सुसमाचार का कार्य संतोषजनक स्थिति मेँ नहीं था और भाइयों और बहनों की स्थिति समान्यतया अच्छी नहीं थी।

गुरुवार, 19 जुलाई 2018

6. यह क्यों कहा जाता है कि भ्रष्ट मानव जाति को देह बने परमेश्वर के उद्धार की अधिक आवश्यकता है?

6. यह क्यों कहा जाता है कि भ्रष्ट मानव जाति को देह बने परमेश्वर के उद्धार की अधिक आवश्यकता है?


(परमेश्वर के वचन का चुना गया अवतरण)

भ्रष्ट मानवजाति को देह धारण किए हुए परमेश्वर के उद्धार की अत्यधिक आवश्यकता है

परमेश्वर ने देहधारण किया क्योंकि शैतान का आत्मा, या कोई अभौतिक चीज़ उसके कार्य का विषय नहीं है, परन्तु मनुष्य है, जो शरीर से बना है और जिसे शैतान के द्वारा भ्रष्ट किया गया है। निश्चित रूप से चूँकि मनुष्य की देह को भ्रष्ट किया गया है इसलिए परमेश्वर ने हाड़-मांस के मनुष्य को अपने कार्य का विषय बनाया है;

सोमवार, 9 जुलाई 2018

भ्रष्ट मानवजाति को देह धारण किए हुए परमेश्वर के उद्धार की अत्यधिक आवश्यकता है

भ्रष्ट मानवजाति को देह धारण किए हुए परमेश्वर के उद्धार की अत्यधिक आवश्यकता है

परमेश्वर ने देहधारण किया क्योंकि शैतान का आत्मा, या कोई अभौतिक चीज़ उसके कार्य का विषय नहीं है, परन्तु मनुष्य है, जो शरीर से बना है और जिसे शैतान के द्वारा भ्रष्ट किया गया है। निश्चित रूप से चूँकि मनुष्य की देह को भ्रष्ट किया गया है इसलिए परमेश्वर ने हाड़-मांस के मनुष्य को अपने कार्य का विषय बनाया है; इसके अतिरिक्त, क्योंकि मनुष्य भ्रष्टता का विषय है, उसने मनुष्य को अपने उद्धार के कार्य के समस्त चरणों के दौरान अपने कार्य का एकमात्र विषय बनाया है।

बुधवार, 23 मई 2018

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "जब तुम यीशु के आध्यात्मिक शरीर को देख रहे होगे ऐसा तब होगा जब परमेश्वर स्वर्ग और पृथ्वी को नये सिरे से बना चुका होगा"

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "जब तुम यीशु के आध्यात्मिक शरीर को देख रहे होगे ऐसा तब होगा जब परमेश्वर स्वर्ग और पृथ्वी को नये सिरे से बना चुका होगा"


क्या तुम यीशु को देखना चाहते हो? क्या तुम यीशु के साथ रहना चाहते हो? क्या तुम यीशु के द्धारा कहे गए वचनों को सुनना चाहते हो? यदि ऐसा है, तो तुम यीशु के लौटने का कैसे स्वागत करोगे? क्या तुम पूरी तरह से तैयार हो? किस ढंग से तुम यीशु के लौटने का स्वागत करोगे? मुझे लगता है कि प्रत्येक भाई-बहन जो यीशु का अनुसरण करते हैं, यीशु का अच्छी तरह से स्वागत करना चाहेंगे। परन्तु क्या तुम लोगों ने इस पर विचार किया है: जब यीशु वापस आएगा तो क्या तुम सचमुच में उसे पहचान लोगे? क्या तुम लोग सचमुच में वह सब कुछ समझ जाओगे जो वह कहेगा? क्या तुम लोग वे सब कार्य जो यीशु करेगा, उन्हें बिना किसी शर्त के सचमुच में स्वीकार कर लोगे? वे सब लोग जिन्होंने बाइबल पढ़ी है, जो यीशु के लौटने के बारे में जानते हैं, और वे सब लोग जिन्होंने बाइबल को अभिप्राय से पढ़ी है, उसके आगमन की प्रतीक्षा करते हैं।

शुक्रवार, 4 मई 2018

How Great Is Our God | Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(6)-वापसी (Hindi Dubbed)

How Great Is Our God | Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(6)-वापसी (Hindi Dubbed)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "जब तुम थके हो और इस संसार में खुद को तन्हा महसूस करने लगो तो, व्याकुल मत होना, रोना मत। सर्वशक्तिमान परमेश्वर, रखवाला, किसी भी समय तुम्हारे आगमन को गले लगा लेगा। वह तुम्हारी राह देख रहा है, वह तुमतुम्हारे लौटने की प्रतीक्षा में बैठा है। वह उस दिन की प्रतीक्षा में है जब तुमतुम्हारी यादाश्त एकाएक लौट आयेगी..." वचन देह में प्रकट होता है

गुरुवार, 3 मई 2018

How Great Is Our God | Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(5)-बॉल-कक्ष में जीवन (Hindi Dubbed)

How Great Is Our God | Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(5)-बॉल-कक्ष में जीवन (Hindi Dubbed)


मुखौटा पहने जीती हुई, शिओचेन को धीरे-धीरे इस दुनिया ने आत्मसात कर निगल लिया थाI उसने बुरी दुनिया के बुरे तरीकों से के बीच रहते हुए अपनी गरिमा खो दी...

बुधवार, 2 मई 2018

How Great Is Our God | Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(4)-अध:पतन (Hindi Dubbed)

How Great Is Our God | Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(4)-अध:पतन (Hindi Dubbed)


बुरी दुनिया और क्रूर वास्तविकता का सामना करते हुए, दुःख में, शिओचेन ने अपनी ईमानदारी को त्याग दिया और एक मुखौटा पहनने के लिए संघर्ष कियाI उसी पल से, वह खो गई थी...

मंगलवार, 1 मई 2018

Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(3)-अच्छाई को त्यागना और बुराई का अनुसरण करना (Hindi Dubbed)

Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(3)-अच्छाई को त्यागना और बुराई का अनुसरण करना (Hindi Dubbed)


इस पापी दिलों की दुनिया में जहाँ धन राजा है, सच्ची पवित्र और अच्छी शिओचेन के पास जीवन जीने और अस्तित्व बनाये रखने के लिए क्या विकल्प बचा...

सोमवार, 30 अप्रैल 2018

How Great Is Our God | Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(2)-सोने के लिए लड़ाई (Hindi Dubbed)

How Great Is Our God | Hindi Musical Drama "शिओचेन की कहानी"(2)-सोने के लिए लड़ाई (Hindi Dubbed)


जब शिओचेन को सोने का एक बड़ा टुकड़ा मिला, उसने अपने दोस्तों को इसे सांझा करने के लिए बुलायाI लेकिन वह यह नहीं जानती थी कि जब लोग सोना देखते हैं, तो अच्छा और बुरा मानवीय स्वभाव उजागर हो जाता है...

Hindi Christian Movie | अग्नि द्वारा बप्तिस्मा | Can We Enter the Kingdom of Heaven by Hard Work?

Hindi Christian Movie | अग्नि द्वारा बप्तिस्मा | Can We Enter the Kingdom of Heaven by Hard Work?       प्रभु यीशु ने कहा, "जो म...